भगवन की माया
भगवन की माया
तेरी माया है निराली ,
तेरी लीला है निराली ,
क्या पैकिंग है तेरी ,
खारे पानी के किनरे पर,
ऊंचा पेड़ उगाया उस मैं ,
नारियल लट्काया ,
जिस मैं पानी ऊपर चढ़ाया ,
पानी को मीठा बनाया ,
उस को पैक किया ,
पहले जूट फिर कडा पैक ,
अंदर गोला बनाया ,
और भर दिया पानी
यह सब देख कर ,
अचम्भे से कहे ,
कहे मदन गोपाल ,
तेरी माया है निराली
तेरी लीला है निराली !
तेरी माया है निराली ,
तेरी लीला है निराली ,
क्या पैकिंग है तेरी ,
खारे पानी के किनरे पर,
ऊंचा पेड़ उगाया उस मैं ,
नारियल लट्काया ,
जिस मैं पानी ऊपर चढ़ाया ,
पानी को मीठा बनाया ,
उस को पैक किया ,
पहले जूट फिर कडा पैक ,
अंदर गोला बनाया ,
और भर दिया पानी
यह सब देख कर ,
अचम्भे से कहे ,
कहे मदन गोपाल ,
तेरी माया है निराली
तेरी लीला है निराली !
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