Saturday, September 13, 2008

बिजली P



  • बिजली कैसे कड़कती है ,

  • क्या तुम बतलाओगे ,

  • यह है प्रभू की कारीगरी ,

  • तुन क्या समझाओगे ,

  • कड़क के साथ होती है ऐसी रोशनी ,

  • की जैसे पूनम के चाँद की हो चांदनी ,

  • कड़क के साथ जब गिरती है बिजली ,

  • मचा देती है सब के दिलों में खलबली ,

  • मदन गोपाल की है यह विनती ,

  • प्रभू सब पर कृपा करना ,

  • और न गिराना किसी के ऊपर बिजली !

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भगवान् के घडे P



  • प्रभु कहाँ छुपा रखे हैं तुम ने घडे ,

  • जिन में भरा रहता है पानी ,

  • जब जी चाहता है उलटा कर देते हो ,

  • गिरता है बूंद बूंद पानी ,

  • यह पता नहीं चलता की ये ,

  • तुम्हारा गुस्सा है या है महरबानी,

  • मदन गोपाल की है यह विनती ,

  • सदा महरबानी ही रखना ,

  • न करना गुस्सा कभी !

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