Saturday, September 5, 2009

जिव्हा P


मेरी जिव्हा को दो काट ,

प्रभुजी यह लेवे हे न नाम तुम्हारा ,

चाटेगी माल मसाला ,

देगी गाली दो चार ,

पर न लेवेगी नाम तुम्हारा ,

प्रभुजी मेरी जिव्हा को दो काट ,

शिव शिव बोल न पावे ,

खावे आम अचार ,

प्रभुजी मेरी .........

न जिव्हा होगी न बुरा बोलेगी ,

न चुगली करेगी न गाली देगी ,

हे पुकार मदन गोपाल की ,

करो प्रभुजी स्वीकार !

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