Saturday, October 27, 2007

करतार P

तेरे चरणों से है प्यार ,
तेरे भजनों से प्यार ,
ओ मेरे करतार !
तो ही है मेरे जीवन का आधार ,
मुझ को देदे अपना प्यार ,
ओ मेरे दीनदयाल !
में तेरे चरणों में शीश नवाउंगा ,
कभी न तुझे भुलाउंगा ,
में तेरे दर से नहीं जाऊँगा !
अपने मन मंदिर में तुझे बिठउंगा,
और कहीं न जाऊँगा तेरे पास ही आऊँगा
अच्छे काम करूंगा और तुम को रिझाउंगा ,
गर तू रूठेगा कहे मदन गोपाल में तुम को मनाउंगा !
१५-३-२००४

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