Saturday, April 5, 2008

तुम्हारी पूजा करूँ P

तुम्हारी पूजा करूँ प्रभूजी में फूलों से फूलों से ,
मन के फूलों से ,
मन की मणियाँ अर्पित कर दूँ
तुम्हारे चरणों में !फूल न सही
मन की मणियाँ पुरो दूँ ,
हारों में हारों में !
हर मणी हे मन की मेरे तन की ,
त्य्म्हारी सेवा में तुम्हारी सेवा में !
मन का फूल बने और हार बने तन का ,
जिनको अरपर्ण कर सुफल करूँ ,
में लक्ष अपने जीवन का १
ग्रहण करो प्रभु जी मेरी माला ,
शरण तुम्हारी में आया !
यह प्ररार्थाना हे मदन गोपाल की ,
जीवन सुफल करदो ,
दे कर अपने हाथों की छाया
१८-३-२००६

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गूरुवर मोको P

गूरुवर मोको अपनी शरण में लीजो ,
मेरे अवगुण क्षमा कर दीजो ,
गूरुवर मोको .............!
में बालक नादान अज्ञानी ,
न जानूँ पूजा पाठ की विधि ,
मेरी पूजा कबूल कर लीजो ,
गूरुवर मोको .............!
जो में आऊं द्वार तिहारे ,
मोको गले से लगालीजो ,
मेरे खोट सदा के लिय मिटा दीजो ,
गूरुवर मोको .............!
मुझे अपना सेवादार बना लीजो ,
में तुम्हारे चरणों का दास ,
मुझे वहीं रहने की आज्ञा दीजो,
गूरुवर मोको ..........
प्रार्थना हे यह मदन गोपाल की ,
मुझे अपने से कभी अलग मत कीजो ,
गूरुवर मोको ............!
२५-२-०६

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