Saturday, April 5, 2008

गूरुवर मोको P

गूरुवर मोको अपनी शरण में लीजो ,
मेरे अवगुण क्षमा कर दीजो ,
गूरुवर मोको .............!
में बालक नादान अज्ञानी ,
न जानूँ पूजा पाठ की विधि ,
मेरी पूजा कबूल कर लीजो ,
गूरुवर मोको .............!
जो में आऊं द्वार तिहारे ,
मोको गले से लगालीजो ,
मेरे खोट सदा के लिय मिटा दीजो ,
गूरुवर मोको .............!
मुझे अपना सेवादार बना लीजो ,
में तुम्हारे चरणों का दास ,
मुझे वहीं रहने की आज्ञा दीजो,
गूरुवर मोको ..........
प्रार्थना हे यह मदन गोपाल की ,
मुझे अपने से कभी अलग मत कीजो ,
गूरुवर मोको ............!
२५-२-०६

Labels:

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home