Wednesday, July 20, 2011

क्रोध को क्षमा से

                                                      दूसरों को क्षमा लरना सीखो , क्रोध को क्षमा से ,हिंसा को क्षमा से ,सहनशीलता से ,शांती से ,प्रसन्नता से , सोम्यतासे ,मधुरता से , शिष्टता से जीतने की कोशिश करो विशेषता आयेगी !

Fwd: आज का विचार - 7/19/11




जीवन के अन्तिम क्षण तक दूसरों की सेवा, सहायता, सहयोग की कामना तो रखो, परन्तु किसी से माँगने की कामना नहीं ।

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज


Have the desire to serve and help others until the last moments of your life.

However, do not have the desire to ask for something from someone.


Translated by Humble Devotee
Praveen Verma