प्रभू जी आन मिलो P
प्रभू जी आन मिलो मोसे ,
तुम टू हो जग के निर्माता ,
तुम ही हो मेरे पिटा और माता !
जब दुःख में कोई काम न आता ,
प्रभू जी मुझ को तेरा सहारा मिल जाता !
और दुःख मेरा छू हो जाता ,
तेरी कृपा का हूँ में प्यासा ,
यही लगा कर बैठा हूँ में आसा ,
प्रभू जी तुम ही हो मेरे दाता ,
तुम्हारे बिन मुझे कुछ नहीं भाता ,
में अज्ञानी हूँ मूर्ख हूँ ,पूजा पाठ का विधान न आता ,
हे यह प्रार्थना मदन गोपाल की
दे दो प्रभू जी थोडा सा ज्ञान औ मेरे दाता !
१-१-०६
तुम टू हो जग के निर्माता ,
तुम ही हो मेरे पिटा और माता !
जब दुःख में कोई काम न आता ,
प्रभू जी मुझ को तेरा सहारा मिल जाता !
और दुःख मेरा छू हो जाता ,
तेरी कृपा का हूँ में प्यासा ,
यही लगा कर बैठा हूँ में आसा ,
प्रभू जी तुम ही हो मेरे दाता ,
तुम्हारे बिन मुझे कुछ नहीं भाता ,
में अज्ञानी हूँ मूर्ख हूँ ,पूजा पाठ का विधान न आता ,
हे यह प्रार्थना मदन गोपाल की
दे दो प्रभू जी थोडा सा ज्ञान औ मेरे दाता !
१-१-०६
Labels: प्रभू जी आन मिलो
2 Comments:
जब दुःख में कोई काम न आता ,
प्रभू जी मुझ को तेरा सहारा मिल जाता !
वाह-वाह। सुंदरतम। यथार्थ रचना।
dhanywaad prabhakar ji
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