] कुछ सत्य
-
ठोस को तया कहें!
रीयल को नारीयल कहें,
और बिना कढाई किए ही कहें कढी!
घडा पानी के साथ देखा ,
मगर घडी बिना पानी के देखी!
टिरेन आती हे स्टेशन पर,
मगर कहते हें स्टेशन आया!
आदमी जाता हे कहते हें ,
यह रास्ता किधर जाता हे !
पान लाने को कहते हें ,
जापान ले आ क्या ला सकता हे !
Labels: कुछ सत्य
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home