मोत P
मोत पर नहीं जोर किसी का ,
कैसे आयगी कहाँ से आयगी ,
कब आयगी किस को आयगी ,
सब देखते रह जायँगी ,मोत ले कर चली जायगी !
छोटा हो बच्चा हो या हो बूढ़ा,
मोत के आगे सब हें बराबर
वह अपने टाइम पर आयगी
कर देगी हिसाब बराबर ,
बन्दा सो जायगा
और सब रह जायँगी दंग ,
पिंजरा रह जायगा
और पंछी उड़ जायगा
कहे मदन गोपाल रोना धोना
चालू होजायगा
और पिंजरे को लगा दी जायगी आग !
कैसे आयगी कहाँ से आयगी ,
कब आयगी किस को आयगी ,
सब देखते रह जायँगी ,मोत ले कर चली जायगी !
छोटा हो बच्चा हो या हो बूढ़ा,
मोत के आगे सब हें बराबर
वह अपने टाइम पर आयगी
कर देगी हिसाब बराबर ,
बन्दा सो जायगा
और सब रह जायँगी दंग ,
पिंजरा रह जायगा
और पंछी उड़ जायगा
कहे मदन गोपाल रोना धोना
चालू होजायगा
और पिंजरे को लगा दी जायगी आग !
Labels: मोत
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home