हँसने के बाद
हँसने के बाद क्यों रूलाती है दुनिया;
जाने के बाद क्यों भुला देती है दुनिया;
ज़िंदगी भर कोई कसर बाकी नहीं थी
जाने के बाद क्यों भुला देती है दुनिया;
ज़िंदगी भर कोई कसर बाकी नहीं थी
जो मरने के बाद भी जला देती है दुनिया !
YEH KAVITAON KA SANGRAH ADARNIYA GURUJI SHREE SUDHANSHUJI MAHARAJ KE CHARNO MEN SAMARPIT
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