गुरु का कंठ
मेरे गुरु के कंठ से वैद निकले और ,
निकले गीता सार ,
जो करता हे भक्तों का उद्धार !
हर कोई सुन कर हो जाता है
गुरु कृतग्य ,
गुरुवार मैं अज्ञानी हूँ ,
ज्ञान सदबुधि का प्रार्थी हूँ ,
सुन कर पुकार मदन गोपाल की ,
दे दो थोड़ा सा ज्ञान !
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