महंगाई और भ्रष्टाचार
भारत मैं भ्रष्टाचारी रावण ,
बाहर लक्ष्मी कैद है ,
घर मैं हर गृहणी महंगाई से त्रस्त है,
भारत की सरकार अपनी ही धुन मैं मस्त है,
ग़रीब को खाना नहीं मिलता ,
उधर मंत्रियों ,विधायकों ,सांसदों की हर चीज मुफ्त है,
जनता के पैसों पर भ्रष्टाचारियों की लूट है,
सांसदों की तन्खा का बिल जल्दी पास होता है
और जन लोकपाल बिल मैं देर है,
कब मरेगा यह भ्रष्टाचारी रावण,
और होगी कब महँगाई ख़त्म ,
कब आयेगा जिन जो देगा जादू की छडी ,
जिस से प्रधान मंत्री जी ले सकें ,
अपने फैसले और घुमा कर ,
कर सकें भ्रष्टाचार और महँगाई ख़त्म,
है प्रार्थना मदन गोपाल की सरकार से,
दूर करो महँगाई और भ्रष्टाचार भारत से ख़त्म!
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