Thursday, August 20, 2009

मेरा मन दर्पर्ण P

  • मेरा मन दर्पण कहलाए ,
  • मेरा असली चहरा ,
  • बिना पूछे बतलाए ,
  • में जो छुपाना चाहूँ ,
  • तो उसको छुपा न पाऊं ,
  • और सब कुछ खोल दिखाए ,
  • मन की बात सुन ले भय्या ,
  • कहे मदन गोपाल झूंट सच में ,
  • भेद बताए !

Labels:

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home